भोपाल, 8 दिसम्बर 2019। भारत भवन में आयोजित दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय बुकरू-स्टोरीज एंड बियांड चिल्ड्रेन लिटरेचर फेस्टिवल का आज रंगारंग समापन हुआ। इस फेस्टीवल में भारत सहित विष्व के अनेक देषों से आए लेखक-लेखिकाओं, स्टोरी टैलर्स व आर्ट एंड क्राफ्ट से जुड़े विषेषज्ञों ने षिरकत की। किस्से-कहानियों, बच्चों के विषयों के आसपास केन्द्रित रोचक विषयों पर कार्यषालाओं, अनूठे क्राफ्ट बनाने के कक्षाओं, फन टू साइंस और डूडल आॅर्ट से सराबोर इस फेस्टीवल में षहर के तमाम स्कूलों के लगभग 10 हजार बच्चों ने भाग लिया।
फेस्टीवल के दूसरे व अंतिम दिन रूपा पाई, दीपा अग्रवाल, पारो आनंद, लावण्या कार्तिक, वैषाली श्राफ, अरिफा तहसीन, पुर्तगाल से आईं इनूस पूपो व गोंकालो प्रतास, स्पेन से आईं एवा सांचेज, जीवा रघुनाथ, जलज कुमार वर्मा, प्रतीका गुप्ता, रितिका गौर, हबीब अली, लिडविन मासक्रान्हस, लिखला, विनीता धौंडियाल, रोषनी व्याम, संवेदना, ज्योति पांडे व सजिथा नायर आदि के सेषन आयोजित हुए।
आज स्टोरीज एंड बियांड द्वारा एक विषेष आर्ट एंड क्राफ्ट सेषन का आयोजन किया गया। इस सेषन में जानी मानी क्राफ्ट आर्टिस्ट अर्जिता सिंह ने बच्चों को स्पांज व कलर की मदद से आर्ट बनाना सिखाये। इसी सेषन से जोड़कर यास्मिन अनवर ने बच्चों को स्विमी नामक कहानी सुनाई जिसमें एक काली मछली को सफेद मछलियों के तिरस्कार का सामना करना पड़ता है। पर यह मछली हमेषा सबको एकजुट करने का प्रयास करती है। एक दिन एक मछुआरा इन मछलियों को पकड़ने आता है। काली मछली सभी सफेद मछलियों को एकजुट होकर एक बड़ी मछली का आकार बनाने को कहती है। इस आकार में काली मछली बड़ी मछली की आंख की भूमिका निभाती है और
बुकरू-स्टोरीज एंड बियांड चिल्ड्रेन्स लिटरेचर फेस्ट 10 हजार से ज्यादा बच्चों ने सीखे क्राफ्ट, सुनीं देष-दुनिया की कहानियां, जमकर उठाया लुत्फ