अर्न्तराष्ट्रीय विश्व विकलांगता दिवस पर एस.ओ.एस. बालग्राम खजुरीकलॉं में कार्यक्रम

 




 

संस्था भारतीय एस.ओ.एस. बालग्राम एक गैर लाभकारी स्वैच्छिक संस्थान है जो निराश्रित एवं माता-पिता विहिन बच्चों को पारिवारिक माहौल में पालन-पोषण एवं देखभाल सुविधाएॅं प्रदान करता है। संस्था भारतवर्ष में विगत 54 वर्षो से कार्यरत् है एवं उनके अधिकारों तथा  सुनियोजित देखभाल व सुरक्षा कार्यक्रम के लिए विभिन्न स्तरों पर पक्षसमर्थन करती है। विषेष आवष्यकता वाले बच्चें जो दिव्यांग होने के कारण समाज की मुख्यधारा से पृथक कर दिये जाते है, उनको विषेष देखभाल व संरक्षण देने के उद्देष्य से भारतीय एस.ओ.एस. बालग्राम द्वारा भोपाल में एक विषेष बालग्राम का प्रारंभ दिनांक 23 जून 2004 को किया गया था व उसे एस.ओ.एस. बालग्राम खजुरीकलॉं नाम दिया गया। यह बालग्राम अमझरा रोड, होषंगाबाद-रायसेन बायपास पर स्थित है। जहॉं वर्तमान में 112 शारीरिक एवं मानसिक दिव्यांग बच्चे निवासरत् है। यह बच्चे परिसर के प्राकृतिक वातावरण में 14 परिवार गृहों एवं 2 यूथ हाउस फैसिलिटी में निवासित है। वर्तमान में 20 छोटे बालक एवं 60 बालिकाएॅं बालग्राम परिवार गृहों में एवं 32 बालक यूथ फैसिलिटी में पल-बढ़ रहे है। 

अर्न्तराष्ट्रीय विश्व विकलांग दिवस के अवसर पर एस.ओ.एस. बालग्राम खजुरीकलॉं (विशेष बालग्राम) में दिनांक 03 दिसम्बर को प्रत्येक वर्ष की भॉंति इस वर्ष भी बालग्राम में निवासरत् दिव्यांग बालक-बालिकाओं द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। इस कार्यक्रम में बालग्राम के बच्चों द्वारा नृत्य एवं गायन का प्रस्तुतीकरण व बालग्राम में निवासरत युवक-युवतियों कार्यरत्  माताओं द्वारा बालग्राम में बितायें अपने जीवन पलों व कार्यो के अनुभवों को साझा किया जायेगा। 

इस अवसर पर भारतीय एस.ओ.एस. बालग्राम के राष्ट्रीय निदेशक श्री सुरर्शन षुचि जी व मुख्य अतिथि के रूप में श्री संदीप रजक जी आयुक्त निःशक्त जन एवं कल्याण व विशेष अतिथि के रूप में बाल कल्याण समिति के सदस्यों द्वारा बच्चों का उत्साहवर्धन किया जायेगा।  माननीय अतिथियों द्वारा संस्था में रहने वाले प्रतिभावान बच्चों को सम्मान व प्रोत्साहित किया जायेगा। जिसके उपरान्त भारतीय एस.ओ.एस. बालग्राम के राष्ट्रीय निदेशक श्री सुरर्शन षुचि जी अतिथियों को एस.ओ.एस. बालग्राम के समाज में योगदान व कार्यो साझा किया जायेगा। 

एसओएस बाल ग्राम भारत का परिचय 

एसओएस भारत बच्चों की स्वैच्छिक देखभाल के लिए 1964 में गठित एक गैर-सरकारी संगठन है जो आर्थिक लाभ के लिए काम नहीं करता है। यह गठन के समय से निरंतर बिन माता-पिता के बच्चों और बेघर बच्चों को 'परिवार-जैसा' परिवेष देता रहा है जिसमें बच्चों को प्यार करने वाली मां, भाई और बहन के साथ प्यारा घर और पूरा समुदाय होता है। एसओएस भारत का मकसद इन बच्चों के लिए परिवार बनाना है ताकि वे प्यार, सम्मान और सुरक्षा के साथ बड़े हों। एसओएस भारत एक जाना-माना भरोसेमंद संगठन है और बच्चों की देखभाल करने वाला पहला एनजीओ है जिसे भारत में सक्षम सेवा आपूर्ति एवं उच्च स्तरीय आर्थिक सुदृढ़ता के लिए क्रिसिल की मान्यता मिली है। एसओएस भारत को मार्च 2016 और पुनः मार्च 2018 में ट्रेस ने मान्यता प्रदान की जो दुनिया में रिश्वत-रोधी मानक कायम करने वाला प्रमुख संगठन है। यह व्यापारिक लेन-देन में पारदर्शिता की प्रतिबद्धता का परिचायक है। एसओएस भारत का अथक प्रयास बिन माता-पिता और बेघर बच्चों को यह अवसर देना है कि उन्हें अकेले बड़े होने की लाचारी नहीं रहे और यह संगठन बच्चों की देखभाल के अपने विशेष कार्यक्रम के माध्यम से उन्हें नई जिन्दगी देने का प्रयास करता है। साथ ही, उन्हें समस्याओं से बचाने के लिए लघुकालिक कार्यक्रमों का संचालन करता है।




 


 

Popular posts
राहुल गाॅधी जी के साथ यू.पी. पुलिस द्वारा धक्का मुक्की किये जाने के विरोध में लिली टाॅकीज़ चैराहे पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का पुतला दहन कर यू.पी. सरकार को बर्खास्त करने की माॅग की ,
Image
प्रदेश में बिगड़ती स्वास्थ्य सेवाओं के विरोध में आज मुख्यमंत्री निवास का घेराव,आरिफ मसूद
Image
कीर्ति बैले एंड परफार्मिंग आर्टस् का आयोजन संगीत नाटक अकादेमी - नई दिल्ली के सहयोग से दोपहर तीन बजे मायाराम सुरजन स्मृति भवन में मयूरभंज छउ वर्कशॉप कार्यशाला की पूर्वावलोकन प्रस्तुति का समापन , चंद्र माधव बारिक के निर्देशन में ।
Image
मध्य विधानसभा के लोकप्रिय विधायक श्री आरिफ मसूद द्वारा नीलम पार्क में करोना योद्धाओं का सम्मान
Image
पुलिस अधिकारियों डी.जी.पी., डी.आई.जी.. एस.पी. को आवेदन दिया गया है किन्तु कोई कार्यवाही नहीं की गयी,
Image