26 नवम्बर, 2019 ,इन्दिरा गांधी राष्ट्रीय मानव संग्रहालय,भोपाल में संविधान दिवस के उपलक्ष्य में आज संविधान उद्देशिका वाचन कार्यक्रम का आयोजन संग्रहालय के शैलकला भवन सभागार में किया गया।
कार्यक्रम में उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए, संग्रहालय के निदेशक, प्रो. सरित कुमार चौधुरी ने कहा कि भारत के संविधान के उद्देश्यों को प्रकट करने हेतु संविधान में पहले एक प्रस्तावना प्रस्तुत की गई है, जिससे भारतीय संविधान का सार, उसकी अपेक्षाएं,उसका उद्देश्य उसका लक्ष्य तथा दर्शन प्रकट होता है। संविधान की यह प्रस्तावना पूरे संविधान के मुख्य उद्देश्य को प्रदर्शित करती है। इस संविधान सभा में दिनांक 26 नवंबर, 1949 ई. को संविधान को अंगीकृत, अधिनियमित और आत्मार्पित किया गया है। इस अवसर पर उन्होंने अंग्रेजी में संविधान उद्देशिका का वाचन किया।
तत्पश्चात, संग्रहालय के संयुक्त निदेशक (प्रशासन एवं सुरक्षा), श्री दिलीप सिंह,आई.टी.एस. ने हिंदी में संविधान उद्देशिका का वाचन किया एवं उपस्थित अधिकारी-कर्मचारियों को संविधान की उद्देशिका के महत्व के बारे में अवगत करते हुए कहा कि संविधान के प्रत्येक शब्द का बड़ा महत्व है तथा उद्देशिका संविधान की आत्मा है। हम सब संविधान से ही शासित होते हैं। कार्यक्रम का संचालन डॉ. सूर्य कुमार पांडे (सहायक कीपर) द्वारा किया गया। इस अवसर पर बड़ी संख्या में संग्रहालय कर्मी उपस्थित थे।